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बाढ़ से त्रस्त हेतमापुर: ग्रामीणों का पलायन, प्रशासन ने लिया राहत कार्यों का जायजा

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बाराबंकी। जिले के सूरतगंज ब्लॉक के तराई क्षेत्र स्थित हेतमापुर गांव में सरयू (घाघरा) नदी के बढ़ते जलस्तर ने कहर बरपाना शुरू कर दिया है। चारों ओर जलभराव की स्थिति ने लोगों को घर छोड़ने पर मजबूर कर दिया है। बाढ़ के भय से ग्रामीण अपने जरूरी सामान के साथ ऊंचे स्थानों की ओर पलायन करने लगे हैं। कई परिवार तटबंधों पर झोपड़ियां बनाकर शरण लिए हुए हैं। बढ़ती आपदा को देखते हुए उप जिलाधिकारी गुंजिता अग्रवाल ने तहसीलदार विपुल कुमार सिंह सहित राजस्व व पुलिस अधिकारियों की टीम के साथ क्षेत्र का भ्रमण किया और बाढ़ से प्रभावित लोगों से संवाद किया। एसडीएम ने राहत शिविरों, खाद्य सामग्री, चिकित्सा व प्रकाश व्यवस्था की समीक्षा करते हुए निर्देश दिए कि सभी विभाग चौबीसों घंटे अलर्ट रहें। उन्होंने ग्रामीणों को भरोसा दिलाया कि हर संभव सहायता पहुंचाई जाएगी। एसडीएम की तमाम प्रयासों के बावजूद भी ग्रामीणों ने तटबंध छोड़कर अभी हाल ही में करोड़ों की लागत से बने बाढ़ केंद्र में रुकने से इनकार कर दिया। उनका कहना है कि बाढ़ केंद्र में हमारे रुकने की व्यवस्था है लेकिन उनके जानवरों के रुकने की कोई व्यवस्था नहीं है। ऐसे में जानवर बंधे पर रहेंगे तो वह कैसे स्वयं बाढ़ केंद्र में रह सकते हैं।
 बाढ़ पीड़ितों ने जताई असंतोष की भावना
हेतमापुर, सरसंडा, सुंदरनगर, बाबापुरवा, बेलाहरी समेत दर्जनों गांव बाढ़ की चपेट में हैं। ग्रामीणों का आरोप है कि राहत पैकेट पर्याप्त मात्रा में नहीं मिल रहे। एक परिवार को दिनभर में केवल एक लंच बॉक्स दिए जाने से नाराजगी बढ़ती दिख रही है। ग्रामीणों ने बताया कि बाढ़ राहत केंद्रों की स्थिति संतोषजनक नहीं है और अधिकांश लोग तटबंधों पर ही डेरा डाले हुए हैं।
 पशुओं के चारे और पेयजल की भी गंभीर समस्या 
बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में सबसे बड़ी चुनौती मवेशियों के चारे और साफ पानी की व्यवस्था को लेकर सामने आई है। पीड़ितों ने बताया कि न तो उनके पशुओं के लिए चारा उपलब्ध है और न ही साफ पानी। खाने-पीने की वस्तुएं भी समय पर नहीं मिल रहीं जिससे संकट और गहरा गया है।
प्रशासन के निर्देश पर सक्रिय विभागीय टीमें
सीएचसी अधीक्षक डॉ. राजर्षि त्रिपाठी को मेडिकल कैंप स्थापित करने और बीमारियों की रोकथाम के निर्देश दिए गए हैं। मौके पर नायब तहसीलदार विजय प्रकाश तिवारी, सैयद तहजीब हैदर, क्षेत्राधिकारी फतेहपुर जगतराम कन्नौजिया, मोहम्मदपुर खाला के थाना प्रभारी जगदीश प्रसाद शुक्ला, खंड विकास अधिकारी देवेंद्र प्रताप सिंह और एडीओ पंचायत राजेंद्र यादव सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।
 ग्रामीणों ने प्रशासन से की समुचित राहत की मांग
बाढ़ से घिरे गांवों में राहत इंतजामों को लेकर लोग चिंतित हैं। ग्रामीणों ने जिला प्रशासन से अपील की है कि खाने-पीने की वस्तुएं, चिकित्सा सुविधा और सुरक्षित आवास की पर्याप्त व्यवस्था की जाए ताकि बाढ़ के संकट के बीच उनके जीवन यापन में कोई बाधा न आए।

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